कहते है माँ बाप हमारे भगवान होते हैं
बस हमारे ही लिये वो सपने सजोते हैं
हमसे ही शुरू होती है उनकी दुनिया सारी
हमही हैं उनके बेटे प्यारे और हमही है बेटी दुलारी
फिर क्यों हम उन्हें भुला देते हैं
अपनी खुशियों के लिए क्यों उन्हें रुला देते हैं
वो हमारी ऊँगली पकड़ हमको चलना सिखाते हैं
भटक ना जाये कहीं सही रास्ता दिखाते हैं
पर जब बारी आती है उन्हें सम्हालने की
तो क्यों हम सही राह से ही भटक जाते हैं
वो सिर्फ हमारे ही लिये कमाते हैं हमारी ही खुशियाँ सजाते हैं
अपना सब कुछ गवा बस हमारा ही जीवन बनाते हैं
फिर क्यों हम उनके बारे मे नहीं सोच पाते
कम कर अपनी खुशियों को क्यों उनका जीवन नहीं सजाते
देन है उन्ही की ये जीवन हमारा ,ये बात हम क्यों भूल जाते हैं
कैसे हम उन्हें तकलीफ दे खुद खुशियाँ पाते हैं
कैसे भुला देते हैं हम माँ बाप के उन संस्कारो को
कैसे रुला देते हैं हम उनके सारे अरमानो को
जीवन दाता हैं वो हमारे उन्ही ने हमारे सब काम सवारे
वक़्त है अब भी लौट चलने का ,अब भी उनका प्यार बस हमही को पुकारे
तो चलो अब उनके पास चलते हैं
उन्ही के दिए उन संस्कारो से मिलते हैं
देखे उनके चेहरों को जो आज भी बस हमे ही देख खिलते हैं
तो चलो लौट चलते हैं - Swapna Sharma
For our parents who gave us this life.
जवाब देंहटाएंIf you like my first try please coment to motivate.
जवाब देंहटाएंBeautiful lines
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