-swapna sharmaजिसके हाथों को थाम ,मेरी पूरी जिंदगी इतराई है
पैदा किया जिसने ,जिसमे मेरी पूरी जिंदगी समाई है
मेरे लिए जिसने , ज़माने भर खुशियां ठुकराई है
वो मेरी माँ के सिवा और किसकी परछाई है
माँ पर कुछ पंक्तियाँ,माँ पर शायरी हिंदी में Read Here
-swapna sharmaजिसके हाथों को थाम ,मेरी पूरी जिंदगी इतराई है
पैदा किया जिसने ,जिसमे मेरी पूरी जिंदगी समाई है
मेरे लिए जिसने , ज़माने भर खुशियां ठुकराई है
वो मेरी माँ के सिवा और किसकी परछाई है
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