चारों ओर की चमक से ,चुंदिया जातीं हैं अब ऑंखे मेरी
कि देखू जहाँ जहाँ रौशनी ,याद आ जाती है मुझे बातें तेरी
- Swapna Sharma
चारों ओर की चमक से ,चुंदिया जातीं हैं अब ऑंखे मेरी
कि देखू जहाँ जहाँ रौशनी ,याद आ जाती है मुझे बातें तेरी
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