सब कहते हैं कुछ कुछ तुम जैसी लगती मैं हूं
कुछ-कुछ हंसती कुछ कुछ बोलती तुम जैसी मैं हूं
सच ही तो कहते हैं ना सब
तुम हो तो तुमसी तुम्हारी परछाई मैं हूं
जीवन यह मेरा जो तुमने मुझे दिया
उपकार है तुम्हारा जो तुमने मेरे लिए किया
कैसे चुकाऊ इस उपकार को अब तो पराई मैं हूं
तुम हो तो तुमसी तुम्हारी परछाई मैं हूं
छोटे हाथों को जब तुम ने थामा था
भुला कर के खुद को जब तुमने मुझे पाला था
हर तकलीफ को जब हटा दिया मेरे जीवन से
हर बुरे वक्त में जब सर पर तुम्हारा साया था
तुम्हारे हर उस त्याग की गवाही मैं हूं
तुम हो तो तुमसी तुम्हारी परछाई मैं हूं
सच है कि बेटियां पिता की लाडली होती है
पिता का हर सपना वह अपने मन में संजोती हैं
किस्मत वाली बेटियों को तुम जैसा पिता मिलता है
जिसके मिलने से यह जीवन खुशियों से खिलता है
तुम्हारे हर उस सपने की सच्चाई मैं हूं
तुम हो तो तुमसी तुम्हारी परछाई मैं हूं
पूरे जीवन तुम करते रहे दौड़ भाग
न दुख ना दर्द ने देखा अपना कोई घाव
मैं नहीं जानती क्या कमाया क्या गवाया है तुमने
जानती हूं तो बस इतना की
तुम्हारे पूरे जीवन की कमाई मैं हूं
तुम हो तो तुमसी तुम्हारी परछाई मैं हूं
- Swapna Sharma
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