थक तुम भी बहुत गए होंगे,थक हम भी बहुत गए हैं
सब कुछ भुला,चलो इस रिश्ते की नयी पहल करते हैं
थोड़ा तुम भी आगे बढ़ाओ कदम, थोड़ा हम बढ़ाते है
अपनी अपनी तरफ से , थोड़ी थोड़ी सी टहल करते है
जिंदगी तुम्हारी भी होगी जन्नत, थोड़ी हमारी हो जायेगी
खुश रह एक दूजे के साथ,हम फिर से वही चहल करते है
- Swapna Sharma
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