बहन की राखी जब-जब ढूंढे एक कलाई
वह अरमान है भाई
सुरक्षित जिससे होने को वह है मचलाई
वह स्वाभिमान है भाई
जिसके लिए तैयार है सब करने को लड़ाई
वह अभिमान है भाई
जिसके होने से इस पावन पर्व पर वह इतराई
वह गुमान है
- Swapna Sharma
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