सीधे साधे वेश पर जन जन था बलिहारी
खादी धोती पहने तुम सत्य अहिंसा के थे पुजारी
करके दिखला दिया , तुमने आज़ादी की खुली सांस दी
कर दिया कमाल बापू ,आखिरी दम तक ना हिम्मत हारी
- Swapna Sharma
सीधे साधे वेश पर जन जन था बलिहारी
खादी धोती पहने तुम सत्य अहिंसा के थे पुजारी
करके दिखला दिया , तुमने आज़ादी की खुली सांस दी
कर दिया कमाल बापू ,आखिरी दम तक ना हिम्मत हारी
- Swapna Sharma
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