इस जवानी की चिंता से तो वो बचपन ही प्यारा था
सुकून भरा मन था और नादान दिल भी आवारा था
आज की इस दौड़ में बड़ा बेचैन परेशान सा है इंसान
उस बचपन में ही मज़ा था जिसको कभी ना संवारा था
- Swapna Sharma
इस जवानी की चिंता से तो वो बचपन ही प्यारा था
सुकून भरा मन था और नादान दिल भी आवारा था
आज की इस दौड़ में बड़ा बेचैन परेशान सा है इंसान
उस बचपन में ही मज़ा था जिसको कभी ना संवारा था
- Swapna Sharma
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