आदत

कोई भी आदत जब लत बन जाती है
तभी से कशिश वो ग़लत बन जाती है
कि फिर लाख समझा   लें दिल को अपने। 
बस पाना ही उसको। एक हट बन जाती है
- Swapna Sharma

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