फलक जैसा हुआ

एहसास बूंदो की छुअन का,एक फलक जैसा हुआ 
ग़र्दिश में मिले फिरदोस की जैसे झलक जैसा हुआ 

एहसास बूंदो की छुअन का,एक हसीन लम्हा जैसा हुआ 
हयात में मेरी जैसे हसरतें पूरी होने का समां जैसा हुआ 

एहसास बूंदो की छुअन का,एक रब की इनायत जैसा हुआ 
इसका मुझे कभी इल्म ना था ये उसकी रिवायत जैसा हुआ 
- Swapna Sharma

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