सारे ख्वाब मेरे ऐ मोला बस मुकम्मल हो जाए
काश किसी दिन
वो जो कभी थे मेरे वो हकीकत में मेरे हो जाएं
काश किसी दिन
सेहर सा खिल उठे ये तमाम जिंदगी का सफर
उल्फत सी मिल जाए मुझे ये जिंदगी की जिया
काश किसी दिन
- Swapna Sharma
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें