अफसून सी अर्श से दुआ आती हैं,
जब जब जन्म लेती हैं बेटियां
सिला तेरे नेक कर्मो का दे जाती हैं
जब जब जन्म लेती हैं बेटियां
क़ासिद उस खुदा की रहमत का हैं वो
हसीन जन्नत बनाती हैं घर को
तेरी नवाइश की इनायत सी मिल जाती हैं
जब जब जन्म लेती हैं बेटियां
गुलशन में एक फूल सा खिल जाती हैं
जब जब जन्म लेती हैं बेटियां
फरिश्ते सी घर को वो खूब मेहकातीं हैं
जब जब जन्म लेती हैं बेटियां
शुक्र कर गुजारिश जो खुदा ने सुनी है
और तेरे घर ये बेटी जन्मी हैं
फिरदौस फलक से फजीलत बरसाती हैं
जब जब जन्म लेती हैं बेटियां
अफसूं : जादू
अर्श :आसमान
सिला: उपहार
क़ासिद : संदेश लाने वाला
इनायत : दुआ
गुजारिश : आग्रह
फिरदौस : स्वर्ग
फलक : आसमान
फजीलत : शेष्टता
- Swapna Sharma
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