जिसकी रक्षा वीरों ने की ,वो तिरंगा फिर लहराया है
रंग बिरंगे फूलों में देखो , फिर नया श्रृंगार सजाया है
जिन वीरों ने रक्त बहाया उन वीरों को नमन हमारा......
आओ बढ़ो स्वागत करने को, गणतंत्र दिवस फिर आया है
स्वाभिमान का ये प्रतीक है ,इसने भारत को बनाया है
संविधान ये भारत का है, इसने भारत को सजाया है
हर धर्म को पाला इसने, सबके उत्थान का ध्यान रखा.....
फूले फले ये गणतंत्र हमारा जिसने हमे लुभाया है
आओ बढ़ो स्वागत करने को, गणतंत्र दिवस फिर आया है
हर भवर में फसे ने इससे हर बार किनारा पाया है
हर भटकती राह को इसने सही रास्ता दिखाया है
स्वर्ण अक्षरों में इस दिन ने ,भारत के इतिहास सम्हाले..... प्रगति का हर मंत्र दिया है इस देश को आगे भड़ाया है
आओ बढ़ो स्वागत करने को, गणतंत्र दिवस फिर आया है
- Swapna Sharma
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